भौतिकी (Physics) शब्द ग्रीक भाषा फ्यूसिका (Phusika) से लिया गया है जिसका अर्थ है प्रक्रति. इसमें प्रक्रति और दर्शनों का अध्ययन किया जाता है. परन्तु भौतिकी की आधुनिक परिभाषा में उर्जा और पदार्थ ओर उनके बीच के संबंधों का अध्यन किया जाता है. आपको बता दें कि न्यूटन और आइंस्टाइन को भौतिकी का जनक माना जाता है. आइये इस लेख में भौतिकी की प्रमुख शाखाओं की सूची के बारे में अध्ययन करें.
भौतिकी को मुख्य दो भागों में बांटा गया है:1. चिरसम्मत भौतिकी (Classical Physics)
2. आधुनिक भौतिकी (Modern Physics)
1. चिरसम्मत भौतिकी (Classical Physics)
1900 ई. तक की भौतिकी को चिरसम्मत भौतिकी माना जाता है. इसकी प्रमुख उपशाखाएं इस प्रकार हैं:
A. यान्त्रिकी (Mechanics): इसमें द्रव्य के गुणों तथा प्रकाश की अपेक्षा निम्न चाल से चलने वाली वस्तुओं की गति का अध्ययन किया जाता है.
B. प्रकाशिकी (Optics): इसमें प्रकाश तथा इसके उत्पादन, संचरण एवं संसूचन (detection) से सम्बंधित सभी घटनाओं का अध्ययन किया जाता है.
C. ध्वनि एवं तरंग गति (Sound and Wave motion): इसके अंतर्गत तरंग गति एवं ध्वनि का उत्पादन तथा संचरण का अध्ययन किया जाता है.
D. ऊष्मा एवं ऊष्मागतिकी (Heat and Thermodynamics): इस शाखा में ऊष्मा की प्रक्रति, उसका संचरण एवं उसके कार्य में परिवर्तन का अध्ययन किया जाता है.
E. विद्युत-चुम्बकत्व (Electromagnetism): इसमें विद्युत, चुम्बकत्व एवं विद्युत-चुम्बकीय विकिरण का अध्ययन किया जाता है.
2. आधुनिक भौतिकी (Modern Physics): इसमें मुख्यत: बीसवीं शताब्दी की भौतिकी का अध्ययन किया जाता है. इसकी प्रमुख उपशाखाएं इस प्रकार हैं:
A. परमाणु भौतिकी (Modern Physics): इसमें परमाणु की संरचना एवं विकिरण के साथ उसकी अन्योन्यक्रियाओं (interactions) का अध्ययन किया जाता है.
B. नाभिकीय भौतिकी (Nuclear Physics): इसमें नाभिक की संरचना एवं नाभिकीय कणों की अन्योन्यक्रियाओं (interactions) का अध्ययन किया जाता है.
C. क्वांटम यान्त्रिकी (Quantum Physics): यह एक विशेष प्रकार की यान्त्रिकी है जिसमें अणुओं, परमाणुओं और नाभिकीय कणों के व्यवहार का वर्णन किया जाता है.
D. आपेक्षिकता का सिद्धांत (Theory of Relativity): 1905 में आइंस्टाइन ने आपेक्षिकता का विशिष्ट (special) सिद्धांत प्रतिपादित किया जिसमें उन नियमों का वर्णन है जो बहुत ही उच्च वेग से चलने वाले कणों की गति पर लागू होते हैं. बाद में 1915 में आइंस्टाइन ने आपेक्षिकता का व्यापक (general) सिद्धांत प्रस्तुत किया जिसमें गुरुत्वाकर्षण की व्याख्या की गई.
E. विश्वविज्ञान एवं अंतरिक्ष अन्वेषण (Cosmology and Space exploration): इस शाखा में विश्व की उत्पत्ति, संरचना एवं विभिन्न खगोलीय पिण्डों की गति का अध्ययन किया जाता है. अंतरिक्ष अन्वेषण में मानव निर्मित या क्रत्रिम उपग्रहों का प्रक्षेपण तथा उनसे प्राप्त सुचना का विश्लेषण व अध्ययन किया जाता है.
F. म्ध्याकार भौतिकी (Mesoscopic Physics): आजकल स्थूल (macroscopic) तथा सूक्ष्म (microscopic) प्रभाव क्षेत्रों के मध्य एक ऐसा क्षेत्र उभर कर आया है जिसमें दशक (decades) या कुछ सैकड़ों (hundreds) परमाणुओं के समूहों का अध्ययन किया जा रहा है.
भौतिकी एक मूलभूत विज्ञान है जिसके नियमों का उपयोग सभी प्रौद्योगिकियों तथा विज्ञान की अन्य सभी शाखाओं में किया जाता है. एक और जहां भौतिकी ने मानव को सभी प्रकार की भौतिक सुख-सुविधाओं से सम्पन्न किया है वहीं दूसरी और भौतिकी विश्व के अनेक रहस्यों की सफल व्याख्या करके मानव को जीवन के दार्शनिक पक्ष को समझने में भी सहायता की है.
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